वल्लभनगर बांध पहली बार जुलाई में छलका

Udaipur. जिले भर में मानसून का दौर थम सा गया है. Friday सुबह 8 से शाम 5 बजे तक सिर्फ मावली व गोगुंदा में तीन- तीन और कोटड़ा में 4 मिमी बारिश दर्ज की गई. हालांकि कैचमेंट क्षेत्र में गत दिनों हुई बारिश से जलाशयों में अभी पानी की आवक बरकरार है.

इस बीच, जिले का वल्लभनगर बांध पहली बार जुलाई में ओवरफ्लो हो गया. इससे पहले यह बांध अगस्त के अंत या सितंबर में ओवरफ्लो होता रहा है. 19.5 फीट कुल भराव क्षमता वाले बांध पर 3 इंच पानी की चादर चल रही है जिसे देखने को बड़ी संख्या में लोग जलाशय पर पहुंचे. जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में विधि-विधान से बांध में आए नए पानी का पूजन किया गया.

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सीसारमा नदी का जलस्तर तीन फीट बना हुआ है. स्वरूपसागर के दो गेट 8 इंच और फतहसागर के चारों गेट तीन-तीन इंच खुले रखे जा रहे हैं. स्वरूपसागर के रास्ते आयड़ नदी में अभी भी पानी की तेज आवक बनी हुई है. उदयसागर के दो गेट डेढ़ फीट तक खुले रखे जा रहे हैं. बेड़च के रास्ते उदयसागर का पानी तेजी से वल्लभनगर बांध में पहुंच रहा है.

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17.40 मीटर पर पहुंचा आकोदड़ा का जलस्तर

आकोदड़ा बांध का जलस्तर 17.40 मीटर पर पहुंच गया है जिसकी कुल भराव क्षमता 18.40 मीटर है. गौरतलब है इस बार गर्मी के सीजन में आकोदड़ा बांध से पिछोला व फतहसागर को भरने के लिए अतिरिक्त पानी लिया गया था जिससे इसका जलस्तर शून्य पर पहुंच गया था. मानसून की अच्छी बारिश से अब आकोदड़ा बांध फिर से लबालब होने के कगार पर है. भींडर के बड़गांव बांध अब तक मात्र 7.2 फीट पानी की आवक हुई है.

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