Kolkata , 06 मई (Udaipur Kiran) . Lok Sabha चुनाव 2024 के लिए चौथे चरण का मतदान Tuesday यानी सात (मई) को होने जा रहा है. पूरे देश के साथ West Bengal की भी चार Lok Sabha सीटों पर वोटिंग होगी. ये Lok Sabha सीटें हैं -जंगीपुर, मालदा उत्तर, मालदा दक्षिण और मुर्शिदाबाद. चुनावी मैदान में इन चारों सीटों पर इस बार 57 उम्मीदवार हैं.
कुल मिलाकर 73 लाख 37 हजार 651 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के पात्र हैं. इनमें 36 लाख 12 हजार 395 महिलाएं और 154 तीसरे लिंग के मतदाता शामिल हैं. सात हजार 360 मतदान केंद्रों पर वोटिंग होगी. इस चरण में चुनाव लड़ रहे 57 उम्मीदवारों में से जंगीपुर में 14, मालदा उत्तर में 15, मालदा दक्षिण में 17 और मुर्शिदाबाद में 11 उम्मीदवार हैं. ये चारों मतदान केंद्र अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्र हैं. इन निर्वाचन क्षेत्रों के मतदाता उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला करेंगे, जिनमें भाजपा और माकपा के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम भी शामिल हैं, जो पांच साल के अंतराल के बाद संसद के निचले सदन में लौटने की इच्छा रखते हैं. वर्तमान में, मुर्शिदाबाद और जंगीपुर Lok Sabha सीटें तृणमूल कांग्रेस के पास हैं, जिसने अपने मौजूदा सांसदों अबू ताहिर और बीड़ी कारोबारी खलीलुर रहमान को फिर से उम्मीदवार बनाया है.
इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मालदा उत्तर सीट पर तृणमूल उम्मीदवार प्रसून बनर्जी और पूर्व कांग्रेस विधायक मुस्ताक आलम के खिलाफ खगेन मुर्मू को फिर से मैदान में उतारा है. मालदा दक्षिण सीट पर, कांग्रेस ने पार्टी के संरक्षक अबू गनी खान चौधरी के भाई अबू हसीम खान चौधरी से प्रतिनिधित्व की जिम्मेदारी ली है, जिन्होंने 2006 के उपचुनावों में बिना किसी ब्रेक के सीट जीती थी, उनके बेटे ईशा खान चौधरी भी पूर्व विधायक हैं. मालदा और मुर्शिदाबाद दोनों जिले, जिनमें क्रमशः लगभग 55 प्रतिशत और 70 प्रतिशत अल्पसंख्यक आबादी है.
वाम-कांग्रेस गठबंधन ने मुर्शिदाबाद में पूर्व माकपा Member of parliament मोहम्मद सलीम को मैदान में उतारा है, दोनों ही पार्टियां उनकी जीत सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं.
विशेष रूप से, बांग्लादेश की सीमा से लगे मुर्शिदाबाद में सात विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं, जिनमें से छह पर 2021 में तृणमूल ने जीत हासिल की. जबकि केवल एक पर भाजपा ने जीत हासिल की.
इसी तरह, जंगीपुर Lok Sabha क्षेत्र में, जो ऐतिहासिक रूप से पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से जुड़ा हुआ है, जिन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में दो बार सीट जीती थी, तृणमूल का लक्ष्य खलीलुर रहमान के साथ अपनी पकड़ बनाए रखना है.
मालदा दक्षिण में सात विधानसभा क्षेत्रों में से छह पर तृणमूल ने जीत हासिल की है, जिसमें लगभग 60 प्रतिशत अल्पसंख्यक आबादी है.
(Udaipur Kiran) /ओम प्रकाश /प्रभात