Haridwar , 25 अप्रैल (Udaipur Kiran) . चार धाम यात्रा के दौरान बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री में आने वाले तीर्थ श्रद्धालुओं की संख्या सीमित किए जाने के विरोध में पर्यटन व्यवसाय से जुड़ी संस्थाओं के पदाधिकारियों ने राज्य की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को ज्ञापन भेजा है.
पांच सूत्री ज्ञापन में हेलीकॉप्टर बुकिंग Railwayकी तर्ज किए जाने, Passengers की संख्या लगाए गए प्रतिबंध को हटाने, पुराने मॉडल की सवारी गाड़ियों की चारधाम यात्रा में अनुमति दिए जाने, सवारी गाड़ियों की फिटनेस निजी कंपनियों के बजाए सरकारी स्तर पर कराए जाने, ट्रांसपोर्ट पर्यटन उद्योग आयोग का गठन किए जाने की मांग शामिल हैं.
बैठक को संबोधित करते हुए उत्तराखंड टैक्सी मैक्सी महासंघ के संरक्षक संजय चोपड़ा ने कहा कि सरकार को जल्दबाजी में ट्रांसपोर्ट पर्यटन उद्योग पर नए नियम लागू करने से पूर्व परिवहन व पर्यटन उद्योग से जुड़े व्यवसायियों से चर्चा करनी चाहिए थी. उन्होंने कहा कि एक तरफ तो भारत के Prime Minister Narendra Modi , Chief Minister पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के प्राचीन स्थलो, मठ मंदिरों में डेस्टिनेशन वेडिंग करने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं. वही उत्तराखंड शासन के अधिकारी अपनी मनमानी पर उतारू हैं.
उत्तराखंड टूर एंड ट्रेवल्स एसो. के अध्यक्ष उमेश पालीवाल ने कहा कि उत्तराखंड में ट्रांसपोर्ट व पर्यटन उद्योग के माध्यम से लाखों परिवारों की आजीविका संचालित होती है. ऐसे में नए नियम कानून अन्याय पूर्ण है. यदि शीघ्र ही मांगों पर विचार नहीं हुआ तो चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा.
बैठक में सुनील कुमार जायसवाल, प्रधान सोम चैहान, बबलू ठाकुर, सरदार इकबाल सिंह, शम्मी खुराना, विवेक चैहान, अनिल कश्यप, गुरचरण सिंह, हरीश चैहान, संजय, मोहनलाल, राजेंद्र बिष्ट, शंकर रावत, बलवीर सिंह आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे.
(Udaipur Kiran) /रजनीकांत/रामानुज