राजकीय महिला महाविद्यालय व दा सिनर्जी आईएएस अकेडमी के बीच सहमति ज्ञापन हुआ
हिसार, 25 अप्रैल (Udaipur Kiran) . आज के युग में शिक्षा मानव जीवन के लिए अति आवश्यक है. शिक्षा के बिना विद्यार्थी जीवन अधूरा है. शिक्षा ही मनुष्य को सोचने समझने की क्षमता प्रदान करता है. आज के समय में मनुष्य का आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर रहना बहुत आवश्यक है जो केवल शिक्षा के माध्यम से ही संभव है. इसी आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए Thursday को राजकीय महिला महाविद्यालय Hisar और दा सिनर्जी आईएएस अकेडमी के बीच सहमति ज्ञापन किया गया.
दा सिनर्जी आईएएस अकेडमी की तरफ से मोनू चहल व मुकेश गोयल ने और महाविद्यालय की तरफ से प्राचार्य डॉ. रमेश आर्य व अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष श्रीमती मंजू लता ने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए. इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य है डॉ. रमेश आर्य ने बताया कि वर्तमान में ज्ञान पर आधारित अर्थव्यवस्था में उच्चकोटि की गुणवत्तापूर्वक शिक्षा की नितांत आवश्यकता है जो विद्यार्थी को आत्मनिर्भर बना सके, कौशल से जोड़ सके और जो विद्यार्थी को नशे पत्ते से दूर रखकर अच्छे संस्कारों से जोड़ सके.
राजकीय महिला महाविद्यालय 2003 से और सिनर्जी आईएएस अकेडमी 2015 से शिक्षा के माध्यम से विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए संलग्न रहे हैं. सहमति ज्ञापन के बाद दोनों संस्थाएं मुख्य रूप से विद्यार्थियों के विभिन्न प्रकार की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करने के लिए प्रयास करेगी. इसके लिए विभिन्न सेमिनार, कार्यशाला, विस्तार व्याख्यान करवाए जाएंगे, जिसका लाभ अधिकतम विद्यार्थियों तक पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा. सिनर्जी आईएएस अकेडमी से आई मोनू चहल और मुकेश गोयल ने बताया कि हमारे संस्थान ने गत वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों में जैसे सिविल सर्विसीज, कॉलेज लेक्चरर नेट, जेआरएफ तथा अलग-अलग सरकारी क्षेत्र में अंतिम चयन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
इस संस्था ने आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को निशुल्क सेवाएं देकर अपनी सामाजिक भागीदारी निभाने की कोशिश की है. इस संस्थान में फैकल्टी अपने अच्छे अनुभव तथा अपने अच्छे एजुकेशनल क्वालीफिकेशन के साथ बच्चों को सेवाएं दे रहे हैं. इस अवसर पर राजकीय महिला महाविद्यालय से सतीश सिंगला और अर्थशास्त्र प्राध्यापिका कुमारी बिमला देवी उपस्थित रही.
(Udaipur Kiran) /राजेश्वर